कर्ज से परेशान परिवार ने रची साजिश, बीमा पैसा के लालच में पेट्रोल डालकर जलाई कार, फिर परिवार सहित घुमता रहा
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- कर्ज से परेशान एक परिवार ने एक ऐसा कहानी रची, जिसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। दरअसल, कांकेर जिले के चारामा क्षेत्र के पूरी गांव में एक कार में आग लगने के बाद से लापता परिवार वापस लौट आया है। कांकेर जिला के पखांजूर निवासी समीरन सिकदार ने कर्ज से परेशान होकर बीमा की राशि पाने खुद की कार जलाकर अपने परिवार सहित लापता हो गया था। युवक के ऊपर 25 लाख रुपए का कर्ज था। इसलिए वो खुद को और पूरे परिवार को मरा बताकर इंश्योरेंस के 72 लाख रुपए हासिल करना चाहता था। इसी पैसे से वह कर्ज चुकाना चाहता था।
पुलिस की कार्रवाई पर नजर रख रहा था समीरन
कार जलाकर धमतरी से समीरन अपने परिवार के साथ बस से ईलाहाबाद पहुंचा और ट्रेन से बिहार पहुंचकर नया मोबाईल खरीद कर कांकेर की खबरों से पुलिस की कार्रवाई पर नजर रख रहा था। पुलिस लगातार कार सवार परिवार की तलाश कर रही थी। पुलिस की कार्रवाई से डर ओड़िसा के रास्ते घर पहुंच कर परिवार से संपर्क किया। समीरन सिकदार 25 लाख रूपयें के कर्ज के कारण अपने व परिवार के सदस्यों की बीमा राशि पाने साजिश रची थी।
एक मार्च की है घटना
एक मार्च को चारामा थाना अंतर्गत ग्राम पुरी के पास जलती हुई कार मिली थी। कार जलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचने तक कार पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। कार की फारेंसिक जांच की गई कार में मानव अवशेष नही मिले थे। कार के अंदर दो मोबाईल के अवशेष मिले थे। रात होने के कारण दो मार्च की सुबह कार दोबारा रायपुर की फारेंसिक टीम द्वारा कार की जांच की गई। ये कार पखांजूर निवासी बिपूल सिकदार की थी।
ऐसे उलझा था मामला
कार में आग लगने के बाद फॉरेसिंक टीम ने भी पड़ताल की और कहा कि कार के अंदर से किसी भी शख्स के जलने के सबूत नहीं है। पुलिस को यह थ्योरी थोड़ी समझ नहीं आई। इसलिए रायपुर से भी फॉरेंसिक टीम पहुंची। उस टीम ने भी यही बात कही कि कार के जलने से किसी की मौत नहीं हुई है। बस इसी के बाद से ये पूरा मामला उलझा गया था।
होटल में नजर आया परिवार, सीसीटीवी में भी नजर आया था
जांच करती हुई पुलिस की टीम धमतरी में भी गई थी। वहां पुलिस को परिवार के अशियाना होटल में रुकने के सबूत मिले। इस आधार पर पुलिस ने माना कि परिवार जिंदा है। उनके अपहरण की थ्योरी भी गलत है। क्योंकि एक मार्च बुधवार को जिस वक्त यह घटना घटी उसके कुछ देर पहले यानि 8 बजे के आस-पास समीरन सिकदार ने अपने परिवार के साथ होटल में चेक इन किया था। फिर करीब पौने 9 बजे समीर अपने परिवार के साथ खाना खाने निकल जाता है। इसके बाद 9.30 बजे सभी कार से वापस आते हैं। तब उसकी पत्नी और बच्चे वापस होटल में चले जाते हैं। जबकि समीरन कार से वापस किसी ओर निकल जाता है। ये सब कुछ सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था।
1 हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले
पुलिस ने इस केस में समीरन के खिलाफ कार में आगजनी करने, धोखाधड़ी करने और अपराधिक साजिश रचने को लेकर अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। समीरन और उसके परिवार को ढूंढने पुलिस ने पखांजूर से रायपुर तक 9 लाख फोन कॉल की डिटेल खंगाली, वहीं 1 हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खंगाले थे। इसके अलावा 300 से अधिक होटल लॉज में भी तलाशी अभियान चलाया था। पुलिस की 13 दिन की मेहनत में 5 अलग-अलग टीम समीरन और उसके परिवार को खोजने अभियान चला रही थी। इस अभियान को एसपी शलभ सिन्हा खुद लीड कर रहे थे। कांकेर के अलावा, धमतरी और रायपुर की पुलिस समीरन के परिवार की तलाश कर रहा था। पुलिस ने समीरन के पास से 5 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं।
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