नवापारा थाना में वाहन मालिकों की बैठक: पुलिस अधिकारियों की सख्त हिदायत, मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने पर होगी कड़ी कार्रवाई

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश एवं मार्गदर्शन में नवापारा थाना में मालवाहक वाहनों के मालिकों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रमुख रूप से रायपुर सीएसपी कर्ण उइके, नवापारा थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार ऐसैय्या मौजूद थे। पुलिस अधिकारियों ने वाहन मालिक एवं चालकों को यातायात नियमों की जानकारी देते हुए मालवाहक वाहनों में सवारी नहीं ढोने की हिदायत दी।
मालवाहक वाहन में सवारी बैठाना कानूनन अपराध
सीएसपी कर्ण उइके ने बताया कि मालवाहक वाहन में सवारी बैठाना कानूनन अपराध है। उन्होंने कहा कि रायपुर में हुये दर्दनाक सड़क हादसे की पुनरावृत्ति न हो, इसका विशेष ध्यान रखें। मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने पर गाड़ी जब्त होगी। साथ ही लाइसेंस निलंबित किया जाएगा। कहा कि वाहन में तय क्षमता से अधिक माल नहीं लादा जाए। तेज रफ्तार और शराब पीकर वाहन चलाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
ट्रैफिक सिग्नल, चिन्ह और नियमों का पालन अनिवार्य होगा। वाहन केवल निर्धारित स्थान पर ही पार्क किए जाएं। हेडलाइट, बैकलाइट और ब्रेक लाइट चालू हालत में रखना होगा। अंधेरे में वाहन खड़ा करते समय पार्किंग लाइट चालू रखना जरूरी होगा। प्रेशर हार्न की जगह सामान्य हार्न का उपयोग करना होगा। वाहन में आरसी बुक, परमिट, फिटनेस, प्रदूषण प्रमाण पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस समेत आवश्यक दस्तावेजों की छायाप्रति रखना अनिवार्य होगा।
विभिन्न प्वाईंटों पर चलाया जाएगा चेंकिग अभियान
थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ऐसैय्या ने भी यातायात नियमों पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि थाना क्षेत्र में संवेदनशील प्वाइंट पर पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। चेकिंग के दौरान खामिया पाए जाने वालों पर मोटर व्हीकल एक्ट और बीएनएस की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उपस्थित लोगों ने यातायात नियमों की पालन करने की शपथ ली।
लंबे समय से चल रहा मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने का चलन
आपको बता दें कि मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने का चलन काफी लंबे समय से है। शादी-ब्याह के सीजन में ऐसा नजारा बेहद आम हो जाता है। कई बड़े हादसे हो चुके हैं, इसके बावजूद मालवाहकों में सवारी ढोने पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। एक मालवाहक में 40 से 50 लोगों को खड़े कर सवारी गाड़ी की तरह उपयोग किया जाता है। मालवाहक में सवार लोग खड़े होकर एक दूसरे को पकड़कर या फिर ट्राली की रेलिंग को पकड़कर यात्रा करते हैं। ट्राली में बैठकर सफर करने वाले लोग खतरे से अंजान अपनी जान को जोखिम में डालते है। सिर्फ एक झटका कई सवारियों को सड़क पर गिरा सकता है। पर इसकी परवाह किए बगैर लोग मालवाहकों की ट्राली में बैठकर सफर करते हुए देखे जाते हैं, जो जानलेवा साबित होता है।
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