ग्रहण विशुद्ध खगोल शास्त्रीय घटना लेकिन ज्योतिष शास्त्र से गहरा संबंध – किन राशियों पर क्या पड़ेगा असर
ग्रहण में क्या करे क्या न करे

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) नवापारा :- इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण , खग्रास चंद्र ग्रहण आज है,जो कि भारत वर्ष में दिखाई देगा, ज्योतिष भूषण पण्डित ब्रह्मदत्त शास्त्री ने बताया कि आज कार्तिक पूर्णिमा को यह जो योग बना है, ऐसा ही योग सन 2012 में और उससे पहले1994 में बना था ,हमारे देश के पूर्वी भाग ईटानगर, कलकत्ता, कोहिमा, पटना, पुरी और रांची में यह पूर्ण चंद्र ग्रहण के रूप में दिखेगा और शेष भारत में यह आंशिक रूप में दिखेगा|
छत्तीसगढ़ में यह ग्रहण आज मंगलवार को शाम 5:21 से प्रारम्भ होकर शाम 6:21 तक समाप्त होगा, ग्रहण का पर्व काल कुल 58 मिनट तक रहेगा, चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने के 9 घण्टे पहले से लग जाता है, इस मान से इसका सूतक आज सुबह 8 बजकर 21 मिनट से लग चुका है, शास्त्री जी ने कहा कि हम सभी को सूतक के नियमों का पालन करना चाहिए, सूतक में देव मूर्तियों को, धर्म ग्रंथों को, मंत्र जप की माला व आसन को स्पर्श नहीं किया जाता, भोजन नहीं पकाया और खाया जाता, खाद्य सामग्रियों की पवित्रता के लिए उसमे कुश या तुलसी दल डाल देना चाहिए, शास्त्री जी ने कहा कि सूतक में खान पान संबंधी नियमों में थोड़ी छूट गर्भवती स्त्रियों, बच्चों व बूढ़े लोगों को मिल सकती है, फिर भी ग्रहण काल में जो कि हमारे छत्तीसगढ़ में कुल 58 मिनट का है, सभी लोगों को कुछ भी नहीं खाना पीना चाहिए, वैसे तो ग्रहण विशुद्ध खगोल शास्त्रीय घटना होते हैं फिर भी इनका ज्योतिष शास्त्र से गहरा वैज्ञानिक संबंध होता है , यह ग्रहण भरणी नक्षत्र मेष राशि पर पड़ रहा है, मेष, वृष, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर व मीन राशि वालों के लिए अनिष्ट कारक एवम मिथुन, सिंह, वृश्चिक व कुम्भ राशि वालों के लिए शुभ कारक है, ब्रह्मदत्त शास्त्री ने कहा कि ग्रहण समाप्ति के पश्चात स्नान व दान करना चाहिए, आज कार्तिक पूर्णिमा को दीप दान का बड़ा ही महत्व है, आज देव दिवाली को देवदर्शन पूजन कर सबके कल्याण की कामना करनी चाहिए|
देखिये चंद्रग्रहण का लाइव प्रसारण हमारे साथ 350x जूम कैमरे से कैसा दिखेगा चाँद छत्तीसगढ़ से ग्रहण मे देखते है लाइव