पति के साथ मिलकर पत्नी ने की प्रेमी की हत्या : 7 किमी दूर रेलवे ट्रैक पर फेंकी लाश, ऐसे बनाया मर्डर का प्लान…
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- रायपुर जिले में पत्नी ने पति के साथ मिलकर प्रेमी की हत्या कर दी। फिर उसकी लाश को आत्महत्या का रूप देने रेलवे ट्रैंक पर फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला तिल्दा में स्थित शिक्षक कॉलोनी का है।
जानकारी के अनुसार कॉलोनी की रहने वाले शादीशुदा महिला ऊषा धीवर का प्रेम प्रसंग वार्ड के ही रहने वाले अनिल वर्मा (32 वर्ष) के साथ था। इस बात की जानकारी जब उसके पति अश्विनी को हुई, तो पति-पत्नी में जमकर विवाद हुआ। इसके बाद पत्नी ने अपने प्रेमी से दूरी बना ली। लेकिन अनिल महिला को छोड़ नहीं पाया। वह उसपर बुरी नीयत रखता था और उसे परेशान कर रहा था, इससे वो बहुत डर गई।
परेशान होने के चलते बनाया प्लान
महिला ने प्रेमी द्वारा परेशान किए जाने की बात अपने पति को बताई, जिसके बाद दोनों पति-पत्नी ने अनिल वर्मा की हत्या की योजना बना डाली। रविवार 14 मई की रात अनिल के दोस्त ने छठी कार्यक्रम में जमकर शराब पी। रात करीब 12ः15 बजे को अनिल अपने घर चला गया। इस बात की जानकारी अश्विनी को हुई, तो उसने अपनी पत्नी ऊषा को इसकी जानकारी दी। योजना के तहत महिला ने अपने पुराने प्रेमी को मोबाइल पर कॉल करके अपने घर बुलाया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
अनिल नशे की हालत में उसके घर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया। इस पर ऊषा ने दरवाजा खोला। जैसे ही युवक अंदर आया, महिला ने उसकी आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया। इससे युवक की आंखें जलने लगी, तभी महिला के पति अश्विनी ने पास में रखा बैट उठाकर युवक के सिर पर दे मारा। पत्नी ऊषा ने भी हथौड़ी से प्रेमी अनिल के सिर पर ताबड़तोड़ वार किया। इस बीच पति ने लोहे की रॉड से भी उस पर हमला कर दिया। फिर दोनों ने मिलकर रस्सी से युवक का गला घोंट दिया। प्रेमी ने मौके पर दम तोड़ दिया।
लाश लेकर 7 किलोमीटर दूर गए
वारदात को दुर्घटना का रूप देने के लिए दोनों आरोपियों ने शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। पत्नी अनिल का शव पकड़कर पति के साथ बाइक पर बैठ गई। शव को उन्होंने बीच में बिठाकर रखा, ताकि देखने वालों को लगे कि वे 3 लोग कहीं जा रहे हैं। उन्होंने हत्या में इस्तेमाल रॉड, हथौड़ी, बैट और कपड़े भी ले लिए। दोनों तिल्दा से लगभग 7 किलोमीटर दूर जलसो रेलवे फाटक के पास पहुंचे और रेलवे ट्रैक पर शव को फेंक दिया। इस बीच दोनों ने खून से लथपथ कपड़ों के साथ बैट को कोका रोड पर जला दिया और हथौड़ी राड को भी वहीं फेंक दिया।
शव को ठिकाने लगाकर दोनों पति-पत्नी वापस घर आ गए। जिस बाइक से अनिल उनके घर आया था, उस बाइक को भी उन लोगों ने छिपा दिया। सोमवार सुबह आसपास के लोगों को लाश रेलवे ट्रैक के बीच होने की जानकारी मिली। वहीं स्टेशन मास्टर के द्वारा इसकी सूचना तिल्दा थाने में भी दी गई।
जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और युवक की पहचान के लिए जांच शुरू की। इधर मृतक अनिल के घरवाले सोमवार सुबह जब उठे, तो वो घर पर नहीं था। रात को अचानक गायब हो जाने पर उसके परिजन उसे तलाश करने लगे, तभी जानकारी मिली कि एक युवक की लाश पटरियों पर पड़ी मिली है। अनिल के भाई ने घटनास्थल पर पहुंचकर लाश की शिनाख्त की। जांच के दौरान तिल्दा थाना प्रभारी सुदर्शन ध्रुव को जानकारी मिली कि अनिल रात को पार्टी में आया था और उसके बाद घर चला गया था।
पुलिस ने मामले का किया पर्दाफाश
जांच के दौरान टीआई सुदर्शन ध्रुव को मृतक के मोबाइल से पता चला कि देर रात उसके साथ किसी ने बात की है। नंबर का पता करने के दौरान उन्हें जानकारी मिली कि ये नंबर ऊषा धीवर का है। पुलिस ने ऊषा से पूछताछ की, तो पहले तो वह गोलमोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगी। इसके बाद पुलिस ने दोनों पति-पत्नी से कड़ाई से पूछताछ करनी शुरू की, इस पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी अश्विनी और उसकी पत्नी ऊषा धीवर को गिरफ्तार कर लिया।