21 जून योग दिवस : हर घर आंगन योग कार्यक्रम,ये आसान योग आपको रखेगे निरोग ,पूरे देश सहित प्रदेश के सभी जिलों मे आयोजन
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज ):- हमारी जीवन शैली का अहम हिस्सा है योग। यह आज से नहीं बल्कि कई सालों से हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए और योग को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने “हर घर आंगन योग” करने की अपील की है। योग हमारे मन में सकारात्मक भाव पैदा करता है। हमें प्रतिदिन अपने लिए थोड़ा समय निकालकर योग करना चाहिए। पूरी दुनिया ने योग के महत्व को माना है, ताकि नई पीढ़ी हमारी इस सांस्कृतिक परंपरा को आगे ले जाने का काम करें।
देश सहित प्रदेश में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाएगा। इसे बड़े स्तर पर मनाने की तैयारियां चल रही हैं।छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रम के लिए मंत्रीगण, संसदीय सचिवगण, विधायकगण, आयोग-प्राधिकरण के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों को मुख्य अतिथि नामांकित किया है।
रायपुर – 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर छत्तीसगढ़ योग की परंपरा और संस्कृति से ओत प्रोत होगा। पूरे प्रदेश भर में इस दिन आयोजन होंगे, वहीं राजधानी रायपुर के जोरा स्थित कृषि महाविद्यालय के मैदान में 21 हजार लोगों को एक साथ योगाभ्यास करने का लक्ष्य रखा गया है।अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर जिला मुख्यालय के जोरा ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे।
गरियाबंद – जिला स्तरीय सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन गरियाबंद के इंडोर स्टेडियम में प्रातः 7 बजे से 8 बजे तक किया जायेगा। जिले के प्रभारी मंत्री एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत योग दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, स्कूली बच्चे, अधिकारी-कर्मचारीगण सहित आम नागरिक भी सामूहिक योगाभ्यास में भाग लेंगे। कलेक्टर आकाश छिकारा ने आज समय-सीमा की समीक्षा बैठक में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की सभी तैयारियां पहले से सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने योग दिवस आयोजन के लिए अधिकारियों को सौंपे गये दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करने के भी निर्देश दिये।
इन आयोजनों में हम अधिक से अधिक शामिल होकर योग से स्वस्थ शरीर का संदेश जन जन तक पहुंचाएं। इस अवसर पर उन लोगों से बातचीत करें जिन्होंने योग को अपनाया और अपने जीवन में बदलाव लाए। इसके साथ ही हमने योग के कुछ ऐसे आसनों की जानकारी भी जुटाई जिन्हे आप बड़ी आसानी से कभी भी कहीं भी कर सकते हैं।
सरल आसन –
आसन और प्राणायाम के दौरान हाथों की उंगलियों को अलग-अलग मुद्राओं में रखने की सलाह दी जाती है। इसके भी मायने गहरे हैं। मानव शरीर का निर्माण पंचतत्वों से मिलकर हुआ है। हमारी पांचों उंगलियां इन्हीं तत्वों का प्रतिनिधित्व करती हैं, इसलिए आसन के दौरान अपनाई जाने वाली अलग-अलग मुदाएं (ध्यान, वायु, शून्य आदि) पंचतत्वों की मात्रा का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
भारतीय शैली के आसन बहुत लाभकारी हैं। इनमें तीन तरीक़े प्रचलित हैं-
1. सुखासन:– सुखासन पर धरती से सम्पर्क में होने के कारण शरीर की नकारात्मक ऊर्जा धरती में स्थानांतरित हो जाती है। गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के चलते रक्तसंचार अच्छी तरह होता है। पैरों में थकान नहीं होती, मांसपेशियां मजबूत बनती हैं और घुटने व पैर दर्द की शिकायत का नहीं होती।
2. वज्रासन:- इस स्थिति में शरीर का रक्त संचार हृदय से पेट तक अच्छी तरह से होता है। पेट सम्बंधी विकार दूर करने और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में कारगर है यह आसन, इसलिए खाने के तुरंत बाद कम से कम 15 मिनट वज्रासन में बैठने की सलाह दी जाती है।
3. पद्मासन:- इस स्थिति में शरीर का परिपथ पूरा होता है और सुखासन और पद्मासन के मिश्रित लाभ मिलते हैं।
योग का अभ्यास –
शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए योगाभ्यास को महत्वपूर्ण माना गया है। यह शरीर की क्रिया-प्रणाली को दुरुस्त कर विकार की आशंकाओं को कम कर देता है, इसलिए अनेक बीमारियों से राहत के लिए भी कई आसनों का अभ्यास करने की सलाह दी जाती है।
योग के कई लाभ है इनमें निरोगी व सुंदर काया के लिए रक्तसंचार अहम है और योग शरीर की प्रत्येक कोशिका तक रक्त पहुंचाने में मदद करता है। वात, पित्त, कफ़ जैसे तत्वों को शरीर से निकालने में सहायक है। शरीर को लचीला बनाने में सहायक है, जिससे कार्यक्षमता बढ़ती है। शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में विकास होता है।