गरियाबंद ब्रेकिंग: धान खरीदी केंद्र की मांग को लेकर धरना दे रहे किसान भड़के, कई पुलिसकर्मी घायल
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) गरियाबंद :- धान खरीदी केंद्रे खोलने की मांग को लेकर चक्काजाम करने पहुंचे ग्रामीण और पुलिस के बीच बहस हो गई। जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस भीड़ ने पहले तो पुलिस टीम पर पथराव किया। फिर ईंट लेकर पुलिस के पीछे ही दौड़ गए। हमले में 3 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मामला गरियाबंद जिले के कंडेकेला क्षेत्र की है।
धान खरीदी केंद्रे खोलने की मांग को लेकर चक्काजाम
जानकारी के अनुसार सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अधीन आने वाले 7 गांव के कई लोगों ने यहां पर धान खरीदी केंद्रे खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास चक्काजाम किया था। इस चक्काजाम में महिला किसान भी शामिल हुईं थीं। सभी ग्रामीणों ने नया खरीदी केंद्र नहीं खोले जाने तक बैठे रहने की बात कह रहे थे। ग्रामीणों के चक्काजाम की वजह से हाईवे में दोनों तरफ से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं थीं।
उधर, जब इस बात का जानकारी पुलिस और राजस्व विभाग की टीम को हुई तब वे भी मौके पर पहुंच गए। उस वक्त लोग जमीन पर बैठे थे। पुलिस की टीम ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं माने। इस बीच लोगों की पुलिस से बहस शुरू हो गई। पुलिस ने उन्हें उठाना शुरू कर दिया। इसके बाद से ही यह बवाल शुरू हुआ है।
लोगों ने पुलिस पर बरसाए पत्थर
इसके बाद लोगों ने पुलिस पर पत्थर से हमला करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके से भागने लगी। पीछे-पीछे ग्रामीण भी भागते रहे। ग्रामीणों ने कहा कि ये हमारी मां-बहन को मार रहे हैं। क्या ये ठीक है। ऐसे कोई करता है। महिलाओं को मार रहे हैं। पता चला है कि पुलिस की टीम के साथ ही सीनियर अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। फिलहाल लोगों को समझाने का काम किया जा रहा है।
वहीं गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन को भी पलट दिया है। आस-पास खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की है। पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह से वहां से खदेड़ा है। जिसके बाद भीड़ मौके से 8 किलोमीटर दूर अमलीपदर थाने का घेराव कर दिया।
शांति तरीके से प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार वे हम शांति तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। सभी नीचे बैठे थे। मगर पुलिस ने पहले हमसे मारपीट की। हमारी मां-बहन को पीटा गया है। इसलिए हम आत्मसम्मान के लिए उग्र हो गए। धरने में शामिल हुई और एक महिला ने कहा कि हम पहले ही चक्काजाम करने की चेतावनी दी थी। हम आज चक्काजाम कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने ही महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था। इस वजह से हम लोग भी भड़क गए।