धमतरी हत्याकांड में पुलिस को मिली सफलता: अप्राकृतिक संबंध बनाने से मना करने पर मर्डर
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- धमतरी के मकई तालाब में मिली सड़ी-गली लाश के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रफीक खान (30 वर्ष) ने बताया कि क्रांति चतुर्वेदी (35 वर्ष) उस पर अप्राकृतिक संबंध बनाने का दबाव डालता था, जिससे परेशान होकर उसने उसकी हत्या कर दी। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार 12 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे मकई तालाब में एक व्यक्ति की लाश मिली थी। मृतक का गला धारदार हथियार से कटा हुआ था। सिर पर भी गहरी चोट थी। जांच में मृतक की पहचान साल्हेवार पारा निवासी कांति चतुर्वेदी (35) के रूप में हुई थी। उसके बड़े भाई ने लाश को देखकर उसकी शिनाख्त की थी। पोस्टमॉर्टम के बाद लाश को परिजनों को सौंप दिया गया था। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने बताया कि 6 दिसंबर से लापता क्रांति चतुर्वेदी की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिवार ने 8 दिसंबर को लिखवाई थी।
हत्या के एंगल से जांच कर रही पुलिस ने 15 दिसंबर को आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार युवक रफीक खान आदतन बदमाश है। क्रांति और रफीक साथ में शराब पीते थे। इस दौरान उनके बीच अच्छी दोस्ती हो गई थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि क्रांति हमेशा उससे अप्राकृतिक संबंध बनाने की डिमांड करता था। 6 दिसंबर को भी दोनों ने साथ में बैठकर शराब पी। इसके बाद क्रांति उससे अप्राकृतिक संबंध बनाने के लिए कहने लगा, जब मना किया, तो उसने दबाव बनाना शुरू कर दिया। गुस्से में आकर रफीक ने क्रांति के सिर को पहले वहीं पास में पड़े ईंट से कुचला। फिर धारदार चाकू से 8 बार गले को रेता। इसके बाद लाश को तालाब में फेंककर उसे कपड़े से ढंक दिया।
आरोपी ने बताया कि तालाब में ही उसने खून से सने चाकू को भी धोया। अपने कपड़े और हाथ-पैर को भी पानी से साफ किया और इसके बाद घर वापस लौट आया। हत्या के 6 दिन बाद 12 दिसंबर को पुलिस ने मृतक की लाश बरामद की थी। सबसे बड़ी बात है कि आरोपी ने ही पुलिस को मकई तालाब में लाश होने की सूचना दी थी। पोस्टमॉर्टम करवाने में भी सहयोग दिया था। वो मृतक के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था। वो मृतक का दोस्त होने का दिखावा करता रहा, इसलिए पुलिस शुरुआत में उस पर शक नहीं कर पाई। हालांकि ब्ब्ज्ट फुटेज ने आरोपी का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे जब कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
इसके बाद साइबर सेल ने 6 से 12 दिसंबर का सीसीटीवी फुटेज खंगाला। 6 दिसंबर की रात चमेली चैक स्थित एक कैमरे में आरोपी रफीक खान (30) मकेश्वर वार्ड निवासी शराब लेकर आता हुआ दिखाई दिया। पूछताछ में जानकारी मिली कि अंतिम बार क्रांति चतुर्वेदी और रफीक खान दोनों को मकई तालाब के पास साथ देखा गया था। इसके बाद आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। घटनास्थल से कोतवाली थाने की दूरी महज 1 किलोमीटर है। 24 घंटे चहल-पहल और बस्ती के किनारे हुई इस हत्या से सुरक्षा भी सवालों के घेरे में थी। पुलिस ने ये भी बताया कि मृतक क्रांति चतुर्वेदी की शादी हुई थी, लेकिन अप्राकृतिक तरीके से संबंध बनाने की मांग के चलते उसकी पत्नी उसे करीब 6 साल पहले छोड़कर चली गई थी।