गंगरेल-सोंदूर जलाशय से छोड़ा पानी, महानदी का जलस्तर बढ़ा, निचले बस्तियों में घुसा बाढ़ का पानी, महानदी टापू में फंसा मंदिर का पुजारी

प्रशासन ने सुरक्षा बल तैनात किए, पर्यटकों और ग्रामीणों से सावधानी बरतने की अपील

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– बीते दो दिनों में हुई लगातार बारिश के कारण धमतरी जिले के रविशंकर सागर बांध (गंगरेल), मुरुमसिल्ली बांध, न्यू रूद्री बैराज तथा सोंदूर बांध पूरी तरह भर गया है। इसी तरह गरियाबंद जिले के सिकासार जलाशय भी लबालब हो गया है। बांधों में पूर्ण भराव की स्थिति को देखते हुए गंगरेल से महानदी और सिकासार से पैरी नदी में पानी छोड़ गया है।

कार्यपालन अभियंता ने बताया कि रविशंकर सागर बांध (गंगरेल) में 27,000 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की गई है। जलाशय पूर्ण भराव स्तर पर पहुंच चुका है और रात में नदी में 27,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। परिस्थितियों के अनुसार पानी की मात्रा बढ़ाया भी जा सकता है। इसी प्रकार सोंदूर जलाशय से भी 6,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पानी की बढ़ी हुई निकासी से नदी-नालों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।

इन परिस्थितियों में बांध स्थलों तथा नदी किनारों पर भीड़ एकत्र होने और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दुर्घटनाओं और जनहानि की संभावना बनी हुई है। जिला प्रशासन द्वारा आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक प्रमुख बांध स्थल पर दो-दो सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं। इससे न केवल पर्यटकों और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि आपातकालीन स्थिति में तत्काल नियंत्रण और सहायता भी उपलब्ध कराई जा सकेगी।

नदी किनारे अनावश्यक रूप से न जाएँ

मुरुमसिल्ली बाँध फ़ाइल फ़ोटो

धमतरी कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने जिलेवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे नदी किनारे अनावश्यक रूप से न जाएं और उफनते नदी-नालों को पार करने का प्रयास बिल्कुल न करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं, किंतु जन सहयोग भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने विशेष रूप से नदी किनारे बसे ग्रामवासियों को सचेत करते हुए कहा कि वे सतर्क रहें, बच्चों को जलाशयों एवं नालों के किनारे न जाने दें और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। प्रशासन की ओर से लगातार निगरानी रखी जा रही है तथा परिस्थिति के अनुसार त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

त्रिवेणी संगम का जलस्तर बढ़ा

जिला प्रशासन ने जनता से यह भी अनुरोध किया है कि प्राकृतिक आपदाओं जैसी आपात स्थिति में धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों का पालन करें। सभी नागरिकों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।

महानदी टापू में फंसा मंदिर का पुजारी

टापू में फंसा मंदिर का पुजारी

शुक्रवार 3 अक्टूबर महानदी के बीच एक टापू पर मंदिर का पुजारी फंस गया। इतवारी राम कश्यप (65 साल) कुरुद क्षेत्र के नवीन जोरातराई गांव के पास स्थित कबीर मंदिर में पूजा करने गए थे, तभी महानदी में अचानक जलस्तर बढ़ गया और वे वहीं फंस गए। सूचना मिलने पर नगर सेना बाढ़ बचाव दल और पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर पुजारी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बताया गया कि पुजारी 8 घंटे से वहीं पर फंसा हुआ था।

त्रिवेणी संगम का जलस्तर बढ़ा

बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद राजिम का त्रिवेणी संगम लबालब हो गया है। त्रिवेणी संगम बीच स्थिति भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव का मंदिर पानी से घिर गया है। नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। वहीं महानदी तटीय क्षेत्र में बसे ग्रामों में बाढ़ का पानी निचले बस्तियों में घुस रहा है। नवापारा के सोमवारी बाजार, देवार पारा, वार्ड क्र. 18 के नीचले बस्तियों में बाढ़ का पानी घरों में घुस रहा है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क है।

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