छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक स्कूल है प्रो.जे एन पांडेय शासकीय विद्यालय,क्या है खास
राज्य को यहां से मिले हैं 4 मुख्यमंत्री और एक उप राष्ट्रपति
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- प्रो. जेएन पांडेय स्कूल छत्तीसगढ़ का एक ऐतिहासिक स्कूल है। इस स्कूल की स्थापना सन 1864 में हुई थी और ये स्कूल कलकत्ता विश्वविद्यालय तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से भी संबद्ध रहा है। यह पहले मिडिल स्कूल हुआ करता था। 1884-85 में कक्षा 9वी से ग्यारहवीं तक की पढ़ाई शुरू हुई । वर्ष 2002 में स्कूल का नाम बदलकर इस भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और यहां के छात्र जय नारायण पांडे के नाम पर इस स्कूल का नामकरण किया गया। मुख्यमंत्री ने आज यहां शाला प्रवेश उत्सव मनाया।
इस स्कूल ने राज्य को चार मुख्यमंत्री दिए हैं। स्व. पं. रविशंकर शुक्ल, स्व. द्वारका प्रसाद मिश्रा, स्व. श्यामा चरण शुक्ल तथा स्व. मोती लाल वोरा इसी स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं। इसके साथ ही देश के पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. हिदायतुल्ला भी इसी स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं।इनके अलावा कई महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और दिग्गज नेता स्कूल से पढ़ाई कर चुके हैं।
स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐतिहासिक प्रो जेएन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत करते हुए कहा कि शिक्षा के मंदिरों को सुदृढ़ और सुंदर बनाने के लिए राशि की कभी कभी भी आड़े नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के स्कूलों के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए बजट में 12 सौ करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की थी। इस राशि से वर्तमान में 23 हजार स्कूलों में काम चल रहा है।