बलौदाबाजार में हिंसक प्रदर्शन के बाद धारा 144 लागू, उपद्रवीयों ने जलाए सैकड़ों वाहन, CM ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- बलौदाबाजार में सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने धारा 144 लागू कर दी गई है। हिंसक प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। पथराव और आगजनी से सैकड़ों दो पहिया व चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त व जलकर खाक हो गई है।

घटना के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं डिप्टी सीएम वियज शर्मा दिल्ली से लौटकर देर रात बलौदाबाजार पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल की निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह घटना वीभत्स है। असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने शांति बनाने की अपील की है। घटना स्थल पर कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल, टंकराम वर्मा व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, गिरौधपुरी में जैतखाम को 15-16 मई असामाजिक तत्वों ने क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी। वहीं अमर गुफा में निर्मित जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर नीचे गिरा दिया था। वहां लगे लोहे के गेट को भी तोड़ दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन समाज के लोगों का कहना है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं। उन्होंने इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। इसी के विरोध में सोमवार को बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में समाज के हजारों लोग शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन कर रहे थे। दोपहर बाद प्रदर्शनकारी अचानक उग्र हो गए और संयुक्त कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंच गए।
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कलेक्टर-SP कार्यालय में लगाई आग
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ उपद्रवियों ने बैरिकेट तोड़कर कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गई। इसके बाद कलेक्ट्रेट भवन में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। एक-एक कलेक्टर-एपी कार्यालय में भी आग लगा दी गई। पथराव किया गया। परिसर में खड़े दो पहिया, चार पहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। इस दौरान झूमाझपटी में कई पुलिसकर्मी और एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट घायल हो गए। आगजनी की घटना से दोनों कार्यालयों में रखे अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी नष्ट हो गए। प्रदर्शन हिंसक होने के बाद कार्यालय में सैकड़ों अधिकारी-कर्मचारी और लोग फंसे हुए थे। उन्हें पुलिस ने कार्यालय के पीछे के रास्ते बाहर निकाला।
देर रात तक गस्त करते रहे पुलिस जवान
घटना के बाद आग बुझाने पहुंची दमकल की दो-तीन गाड़ियों को भी भीड़ ने तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। सुरक्षा के मद्देनजर शहर में अन्य जिलों के पुलिस बल को भी तैनात किया गया है। कुछ घंटे बाद मामला शांत हुआ। देर रात तक पुलिस के जवान पूरे शहर में गश्त करते रहे।

उपद्रवियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी – SP
पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया कि सामाजिक लोगों को धरना-प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी। उनकी ओर से शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने का आश्वासन दिया गया था। अचानक हंगामा शुरू कर दिया और लोग बेकाबू हो गए। आगजनी और पथराव शुरू कर दिया। वहीं कुछ उपद्रवी आए और बैरिकेड तोड़कर कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए। बिल्डिंग को आग लगा दी। उन्होंने बताया कि शहर में भी कुछ जगह उपद्रव का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें कंट्रोल कर लिया गया। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण हैं। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

CM साय ने दिए कार्रवाई के निर्देश
हिंसक घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आईजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए। उनहोंने मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है। सीएम साय ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं और सभी से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने की थी न्यायिक जांच कराने की घोषणा
सोमवार सुबह ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस पूरे मामले के लिए न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। उन्होंने दो टूक कहा की प्रदेश में कही भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नही किया जाएगा। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की है।
सतनामी समाज अहिंसा का पुजारी
मामले को लेकर गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि बलौदाबाजार में हुई हिंसा की मैं निंदा करता हुँ। इस घटना में समाज के लोग शामिल नहीं है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन में कुछ असामाजिक तत्व घुस आए थे, जिन्होंने तोड़फोड़ और आगजनी की है। मैं समाज के सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हुं। सतनामी समाज अहिंसा का पुजारी है।
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